पुलिस पर सेटिंग का आरोप लगा छात्रों ने घेरा सीओ सिविल लाइन कार्यालय, जमकर हंगामा
 


सियासत/मेरठ। पांच दिन पहले चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बाहर शिक्षक नेता के पुत्र पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। आज दर्जनों छात्रों ने सीओ सिविल लाइन कार्यालय का घेराव करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी अंशु गुर्जर को सेटिंग के बाद कोर्ट में पेश होने का मौका दिया। इसी के साथ छात्रों ने हमले में प्रयुक्त दोनों कार की बरामदगी और फरार चल रहे अन्य सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। छात्रों ने पुलिस को दो दिन का अल्टीमेटम देते हुए एसएसपी कार्यालय के घेराव की चेतावनी दी है।

बताते चलें कि शिक्षक नेता रवि भारत चिकारा के पुत्र विश्वास चिकारा पर चार दिन पहले दो कारों में सवार आधा दर्जन हमलावरों ने जानलेवा हमला किया था। जिसमें गोली लगने से घायल विश्वास उर्फ विशु की हालत गंभीर बनी है। परिजनों द्वारा अंशुल गुर्जर सहित कृष्ण कुमार अभिषेक विनीत कौर और तीन अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसी दौरान नाटकीय परिस्थितियों में पुलिस ने सोमवार को मुख्य आरोपी अंशुल गुर्जर की गिरफ्तारी दर्शा दी। हालांकि घायल के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अंशुल से सेटिंग करके उसे कोर्ट में पेश होने का मौका दिया है। आज घायल के पिता रवि भारत चिकारा के साथ विश्वविद्यालय के दर्जनों छात्र सीओ सिविल लाइन संजीव देशवाल से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। छात्रों ने मेडिकल पुलिस पर आरोपियों से सेटिंग का आरोप लगाते हुए हमले में प्रयुक्त कार बरामद किए जाने की मांग की। इसी के साथ फरार चल रहे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को दो दिन का समय देते हुए चेतावनी दी कि यदि दो दिन में गिरफ्तारी नहीं हुई तो छात्र एसएसपी कार्यालय का घेराव करेंगे। जिस पर सीओ सिविल लाइन ने अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है